नई दिल्ली : फेक टीआरपी मामले में फंसते जा रहे रिपब्लिक टीवी के एडिटर अर्णब गोस्वामी और बार्क के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता की बीच वायरल हुई कथित व्हाट्सएप चैट्स को लेकर सोशल मीडिया में सवाल उठाए जा रहे हैं. लिखा जा रहा है की पुलवामा में जवानों की शहादत पर भी अर्नब जश्न मना रहे थे. इस चैट के कई हिस्सों को लेकर अर्नब गोस्वामी को सोशल मीडिया में में निशाना बनाया जा रहा हैं. सोशल मीडिया में सवाल उठाए जा रहे हैं की अर्नब को इसका पहले से कैसे पता चला और चला तो उन्होंने यह बात पहले ही लीक क्यों कर दी?
वायरल व्हाट्सएप चैट्स को लेकर अर्णब गोस्वामी को निशाने पर लिया जा रहा हैं. कांग्रेस के यूथ विंग एनएसयूआई ने तो लीक चैट्स के आधार पर अर्णब गोस्वामी के खिलाफ महाराष्ट्र के चंद्रपुर में एफआईआर भी दर्ज करवाई है. लोग अर्णब गोस्वामी को ट्रोल करते हुए लिख रहे हैं कि ये पुलवामा में शहीद हुए भारतीयों सैनिकों की मौत पर भी खुश हो रहे थे.
दरअसल 14 फरवरी 2019 को पुलवामा के करीब एक सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमला हुआ था. इसमें 40 जवान शहीद हो गए थे. उस दिन पार्थो दासगुप्ता के साथ अपनी कथित बातचीत में गोस्वामी पहले कहते हैं कि उनका चैनल कश्मीर में साल के सबसे बड़े आतंकी हमले पर 20 मिनट आगे थे. फिर गोस्वामी कथित तौर पर अपने चैनल की कवरेज पर कहते हैं कि इस हमले पर हम जीत गए हैं. लोग अर्णब की इस बात पर उन्हें निशाना बना रहे हैं.
पुलवामा में हुए इस आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट में जवाबी हमला किया था. बालकोट स्ट्राइक से तीन दिन पहले 23 फरवरी 2019 को गोस्वामी कथित तौर पर दासगुप्ता को बताते हैं कि कुछ बड़ा होने वाला है. जब दासगुप्ता पूछते हैं कि क्या उनका मतलब दाऊद से है, तो अर्णब जवाब देते हैं कि नहीं सर, पाकिस्तान. इस बार कुछ बड़ा किया जाएगा.
अर्णब गोस्वामी पर चैट के इस हिस्से को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. लोग लिख रहे हैं कि अर्णब को पहले ही कैसे पता चल गया था. इसके अलावा ये भी लिखा जा रहा है कि अगर अर्णब को पता भी था तो उन्होंने सेना की इतनी बड़ी कार्रवाई की बात पहले ही क्यों लीक कर दी.
बता दें कि जो चैट्स वायरल हो रहे हैं ये पार्थो दासगुप्ता के टीआरपी स्कैम मामले में दायर की गई सप्लीमेंटरी चार्जशीट का हिस्सा हैं. पार्थो दासगुप्ता को टीआरपी स्कैम मामले में पिछले साल दिसंबर में गिरफ्तार किया गया था. अब इस मामले में अर्नब गोस्वामी की मुश्किले बढ़ती जा रही हैं. मुंबई पुलिस ने कहा हैं की कोर्ट की अगली कारवाई 29 जनवरी तक वे अर्नब को गिरफ्तार नहीं करेंगे. लेकिन इसके बाद मुंबई पुलिस उन्हें कभी भी गिरफ्तार कर सकती हैं.