भोपाल : मध्य प्रदेश में गाय के नाम पर मुसलमानों के साथ हो रही लिंचिंग की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है. अब नर्मदापुरम (होशंगाबाद) जिले के बराखड़ गांव के पास 2 अगस्त की रात गो रक्षकों द्वारा गो तस्करी के शक में एक 50 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति को पीट-पीटकर कर मौत की नींद सुला दिया. बता दें कि पिछले तीन महीनों में सुबे में यह दूसरी घटना है जहां किसी व्यक्ति कि गो तस्करी या गोहत्या के शक में जान ली गई.
पुलिस के मुताबिक, महाराष्ट्र के अमरावती के रहने वाले नज़ीर अहमद नंदेरवाड़ा गांव से कथित तौर पर 28 गाय ले जा रहे थे. उनके साथ शेख लाला और सैयद मुश्ताक भी थे. इस दौरान लाठियां और रॉड थामे गोरक्षकों के एक दल ने रात के करीब साढ़े 12 बजे ट्रक रोककर उन पर हमला कर दिया. स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस घटना के आधे घंटे के भीतर घटनास्थल पर पहुंच गई और तीनों को पास के एक अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने बताया कि सिर में चोट लगने से नज़ीर की अस्पताल में मौत हो गई. खबर है कि दो अन्य को कई चोटें आई हैं और वे जिला अस्पताल में इलाजरत हैं.
वायर के अनुसार, होशंगाबाद के पुलिस अधीक्षक गुरकरण सिंह ने बताया, ‘घटना नंदेरवाड़ा गांव, जहां उन्होंने अपने वाहन में गायों को चढ़ाया था, से 8-10 किलोमीटर दूर हुई. उन पर हमला करने वाले हथियारबंद गोरक्षक पास के ही गांव के रहने वाले हैं, उन्हें गोवंश तस्करी की सूचना मिली थी.’ एसपी ने बताया कि नजीर के परिवार को उसकी मौत की सूचना दे दी गई है और वे पहुंचने वाले हैं. उन्होंने आगे कहा, ‘हमले में बचने वालों के बयान दर्ज किया जाना अभी बाकी है.’ पुलिस का दावा है कि ट्रक से 26 गायों को बचाया गया और दो गाय मृत मिलीं. बचाए गए गोवंश को सरकारी गौशाला में भेज दिया गया है.
पुलिस ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि तीनों पशु मेले में बेचने के लिए गायों को अमरावती ले जा रहे थे. पुलिस ने घटना के संबंध में दो एफआईआर दर्ज की हैं- एक हमलावरों के खिलाफ और दूसरी हमले मे बच गए दोनों व्यक्तियों के खिलाफ. एसपी ने आगे कहा, ‘एक एफआईआर 12 अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 307, 147 और 148 के तहत दर्ज की गई है, जबकि दूसरी एफआईआर हमले में बच गए दोनों लोगों के खिलाफ अवैध तरीके से गाय ले जाने के मामले में दर्ज की गई है.
पत्रकारों से बात करते हुए हमले में बच गए शेख लाला ने कहा कि उन पर हमला करने वाले 50-60 से ज्यादा लोग थे. उन्होंने कहा, ‘हम मुश्किल से 8-10 किलोमीटर ही चले होंगे कि उन्होंने हमारा रास्ता रोक लिया, हमें ट्रक से उतारा और बिना कुछ जाने-पूछे हम पर हमला कर दिया. उनके पास लाठी-डंडे और रॉड थीं और उन्होंने अहमद को मार डाला.’ लाला, जो ट्रक चला रहे थे, ने आगे बताया कि वे सिर्फ पशु मेले में बेचने के लिए गायों को ले जा रहे थे.