नई दिल्ली : केंद्र की अग्निपथ योजना के खिलाफ पूरे देश में भारी विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. छात्र के विरोध को देखते हुए केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए रियायतों का पिटारा खोल दिया है, फिर भी इस योजना का जमकर विरोध हो रहा है. विपक्षी नेता भी इस योजना को लेकर केंद्र सरकार को घेर रहे है. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर केंद्र पर निशाना साधा है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोमवार को ट्विटर पर लिखा कि 75 साल में पहली बार सरकार के किसी फैसले का बचाव करने के लिए सेना प्रमुखों को सामने रखा जा रहा है. साथ ही खड़गे ने योजना पर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और रक्षामंत्री के चुप्पी पर सवाल उठाए.
सशस्त्र बलों में चार साल के लिए सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना पर बढ़ते विरोध को देखते हुए रविवार को तीनों सेनाओं ने नई नीति को लेकर जानकारी दी थी. थल सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रतिनिधियों ने अग्निपथ के तहत भर्ती का विस्तृत कार्यक्रम सामने रखते हुए स्पष्ट किया था कि तीनों बलों की औसत आयु कम करने के लिए इसे लागू करना जरूरी है. साथ ही चेतावनी देते हुए कहा था कि हिंसा और आगजनी करने वालों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा.
अग्निपथ भर्ती योजना के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने सोमवार को विजय चौक से राष्ट्रपति भवन की ओर मार्च किया कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम अग्निपथ भर्ती योजना और सांसदों पर पुलिस अत्याचार के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपने के लिए राष्ट्रपति से मिलने जा रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अग्निपथ योजना पर हमने राष्ट्रपति से कहा है कि इस पर न तो किसी समिति से चर्चा हुई और न ही संसद में पेश किया गया. हमने कहा कि यह हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन है. राष्ट्रपति से इस पर विचार करने को कहा गया है.’’
भाजपा पर निशाना साधते हुए खड़गे ने कहा कि भाजपा 46 हजार युवकों को तैयार करके आरएसएस में लाना चाहती है. क्या किसी देश में ऐसा हुआ है कि ट्रेनिंग देकर उसके बाद उन्हें छोड़ दिया जाए. कांग्रेस नेता ने कहा भाजपा चार साल तक ट्रेनिंग और स्टाइपेंड देकर युवाओं को चुनाव तक व्यस्त रखने के लिए यह काम कर रही है. ऐसा इसलिए किया जा रहा है, जिससे युवा महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ विरोध न करें.
इसके अलावा पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने सोमवार को अग्निपथ’ योजना को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. ममता ने केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी नए रक्षा भर्ती कार्यक्रम के जरिए अपना सशस्त्र कैडर बेस बनाने की कोशिश कर रहा है. मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा नई रक्षा भर्ती के जरिए अपना सशस्त्र कैडर बेस बनाने की कोशिश कर रही है. उन्हें बंदूक की ट्रेनिंग दी जाएगी.
उन्होंने बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय के अग्निपथ पर दिए गए बयान को आड़े हाथों लेकर कहा कि क्या भाजपा की योजना चार साल की सेवा अवधि के बाद इन अग्निवीर सैनिकों को अपने पार्टी कार्यालयों में ‘चौकीदार’ के रूप में तैनात करने की है. ममता बनर्जी ने विधानसभा में कहा कि केन्द्र सरकार ने कहा था कि नौकरियों को हम देंगे, लेकिन ये अग्निपथ के नाम पर एक लॉलीपॉप पकड़ा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा, ‘‘मैं अल्पसंख्यक को अनुरोध करुंगा कि वो बीजेपी की साजिश में ना आए.’’