अब सत्ता संघर्ष शुरु : सीएम की कमान के लिए वसुंधराराजे ने किया शक्ति प्रदर्शन, उधर शिवराज ने दिल्ली जाने से किया इनकार
जयपुर/दै.मू.समाचार
तीन राज्यों में स्पष्ट बहुमत मिलने के बाद भाजपा में अब सत्ता संघर्ष शुरू हो गया है. राजस्थान का सीएम बनने के लिए तमाम दावेदारों की दिल्ली और जयपुर तक भागदौड़ शुरू हो गई है. मुख्यमंत्री की दावेदारी में राजस्थान से करीब 10 लोगों के नाम हैं. लेकिन, सीएम कौन बनेगा, इसकी तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है.
विधानसभा चुनाव के परिणाम के दिन ही पार्टी हाई कमान ने गजेंद्र सिंह शेखावत और बाबा बालक नाथ को तत्काल दिल्ली बुला लिया. इसके बाद से सियासत में यही अटकलें है कि शायद शेखावत और बालकनाथ में से कोई एक नाम सीएम के लिए तय हो सकता है.
सूत्रों की माने तो पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह की ओर से मुख्यमंत्री का नाम तय हो चुका है. लेकिन अब विधायक दल की बैठक होना बाकी है. उधर, मुख्यमंत्री की रेस को लेकर बीजेपी में सियासत का पारा चढ़ा हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को लेकर सियासत में अटकलें लगाई जा रही है. आखिर वसुंधरा मुख्यमंत्री नहीं है तो, फिर कौन अगला सीएम होगा? पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को कहीं ना कहीं इस बात का एहसास हो रहा है कि पार्टी हाई कमान इस बार उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाते हुए कोई नया चेहरा ला रही है. ऐसे में वसुंधरा भी आलाकमान को अपनी ताकत दिखाने में जुट गई है. सोमवार को 47 विधायकों ने वसुंधरा से मुलाकात की है. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि वसुंधरा की जोर आजमाइश के बीच बीजेपी हाई कमान के लिए नया सीएम बनाया जाना आसान नहीं होगा. वसुंधरा राजे भी हाई कमान को पूरी टक्कर देती हुई नजर आएंगी.
उधर बीजेपी मध्य प्रदेश में इस बार शिवराज सिंह चौहान को रिपीट करेगी या किसी नए नेता को सीएम की कुर्सी सौंपेगी, इसपर लगातार अटकलें लगाई जा रही हैं. इस बीच राज्य के मौजूदा सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सीएम पद को लेकर बड़ा बयान दिया है. शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल में मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मैं दिल्ली नहीं जाऊंगा, कल मैं जा रहा हूं छिंदवाड़ा, जहां सातों विधानसभा की सीट हम नहीं जीत पाए. इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने एक वीडियो के जरिए कहा कि वो न तो मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे और न अभी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी काम सौंपेगी, वो उसे समर्पित कार्यकर्ता की तरह करेंगे.