दुनिया की टॉप 200 यूनिवर्सिटीज में भारत का एक भी विश्वविद्यालय नहीं, डीयू 220 वें पायदान पर
नई दिल्ली/दै.मू.समाचार
क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंगः सस्टेनेबिलिटी 2024’ में दुनिया की टॉप 200 यूनिवर्सिटी की सूची में भारत का एक भी विश्वविद्याल नहीं है. भारत का यह हाल तब है जब नई शिक्षा नीती में अंग्रेजी के बजाए स्थानीय भाषा में पढ़ाने पर जोर दिया गया है और स्कूलों में रामायण, महाभारत, गीता, पुरान, वेद पढाने की सिफारिश की जा रही है या इसे पढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है.
विश्व स्तर पर देखें तो कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो ने टॉप किया है. अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिर्फोनिया को दूसरा और यूके की द यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर को तीसरा स्थान मिला है. उसके बाद कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिटिश कोलंबिया, न्यूजीलैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ ऑकलैंड, यूके का इंपीरियल कॉलेज लंदन और सातवें नंबर पर आस्ट्रेलिया की यूनिवर्सिटी ऑफ सिडनी शामिल है.
भारत की बात करे तो भारत की दिल्ली यूनिवर्सिटी ने टॉप 300 में जगह बनाई है. विश्व स्तर पर डीयू ने 220वां स्थान हासिल किया है. वहीं, टॉप 400 में डीयू के अलावा आईआईटी के चार संस्थान शामिल हैं. इस बार रैंकिंग में 95 देशों के 1397 संस्थानों को शामिल किया गया है, जो पिछले साल से करीब दोगुने हैं. रैंकिंग में भारत के 56 संस्थानों ने जगह बनाई है और टॉप 700 में भारत के 22 उच्च शिक्षा संस्थान हैं.
विश्व स्तर पर डीयू को 220वां और एशिया में 30वां स्थान मिला है. आईआईटी (बॉम्बे) को 303वां नंबर मिला है. आईआईटी मद्रास 344, आईआईटी खड़गपुर 349, आईआईटी रूड़की 387 और आईआईटी दिल्ली 426वें नंबर पर है. वहीं बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी एंड साइंस पिलानी को 444, वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी को 449, अन्ना यूनिवर्सिटी 496वें नंबर पर रही है.
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस को 505, आईआईटी कानपुर को 522, जेएनयू को 545 वे पायदान पर है. मणिपाल अकैडमी ऑफ हायर एजुकेशन कर्नाटक को 576, जाधवपुर यूनिवर्सिटी 619, अलीगढ़ मुसलिम यूनिवर्सिटी 620वें नंबर पर है. वहीं इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी (बीएचयू) को 684वां स्थान मिला है.
क्यूएस ने यह रैंकिंग तीन पैरामीटर के आधार पर तैयार की है. पर्यावरणीय प्रभाव को 45 फीसदी वेटेज दी गई है, जिसमें पर्यावरणीय शिक्ष और संशोधन जैसे विषय शामिल हैं. सामाजिक प्रभाव को भी 45 फीसदी वेटेज है, जिसमें समानता, नॉलेज एक्सचेंज, इंपैक्ट ऑफ एजुकेशन, रोजगार, हेल्थ जैसे पैरामीटर हैं. 10 फीसदी वेटेज गवर्नेंस को दी गई है.